Dilip Kumar Tragedy King: बॉलीवुड में बहुत कम ही ऐसे सितारे हुए हैं जो अपने एक्टिंग, फिल्म और व्यवहार के वजह से बेहद ज्यादा पसंद किए जाते हैं. अगर पुराने जमाने की बात की जाए तो लोगों के जेहन में एक कलाकार का नाम सबसे पहले आता है और वो है दिलीप कुमार. ट्रेजेडी किंग के नाम से मशहूर दिलीप कुमार बॉलीवुड के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक हैं. पर क्या आपको पता है कि उनहें ट्रेजेडी किंग का नाम ही क्यों मिला. चलिए आज हम इस राज से पर्दा उठाते हैं.
बॉलीवुड की चमक दमक वाली दुनिया में ऐसे बहुत कम ही सितारे रहे हैं जिन्होंने अपनी एक्टिंग से निभाए गए किरदारों को अमर बना दिया. दिलीप कुमार उन्हीं चंद नामों में से एक हैं जिन्होंने खूब शोहरत भी देखी और उस शोहरत के वजह से डिप्रेशन का भी शिकार हुए. मुहम्मद युसुफ खान था यानी सभी के फेवरेट दिलीप कुमार पेशावर से भारत आए तो ड्राई फ्रूट बेचने थे पर एक्टिंग के लिए उनके जुनून ने उन्हें बॉलीवुड के सबसे सफल एक्टर्स में ला कर खड़ा कर दिया. अपने दौर में उन्होंने एक से बढ़ कर एक सुपर हिट फिल्में तो दी ही साथ ही अपने नाम के साथ ट्रेजेडी किंग का खिताब भी जोड़ लिया.
दिलीप कुमार ने करियर की शुरुआत में ही एक से बढ़ कर एक सफल फिल्में दी और अपने नाम के झंडे गाड़ दिए थे. करियर के पीक प्वाइंट पर उन्होंने बाबुल, दाग, मुगल-ए-आजम,दीदार, तराना, देवदास, नया दौर जैसी फिल्में की थी.
इन फिल्मों में उनका किरदार काफी गंभीर और ट्रेजेडी ने भरा हुआ था. एक के बाद एक सीरियस रोल करने की वजह से दिलीप कुमार को लोग ट्रेजेडी किंग कहकर पुकारने लगे थे. इसका असर दिलीप कुमार पर इस कदर हुआ कि वो डिप्रेशन का शिकार हो गए थे.
दरअसल दिलीप कुमार एक के बाद एक गंभीर रोल करने की वजह से उन्हें साइकेट्रिस्ट से कंसल्ट करना पड़ा था. दिलीप कुमार के साइकेट्रिस्ट ने उन्हें हल्के और कॉमेडी वाले रोल करने की सलाह दी जो उन्हें डिप्रेशन से दुर ले कर जा सकता था.
कई बार ऐसा देखा जाता है कि कलाकार अपने रोल में इस कदर डूब जाता है कि फिल्म खत्म हो जाते के बाद भी वो उन किरदार के दर्द से उभर नहीं पाता है. ऐसा ही कुछ ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार के साथ भी हुआ था. इसके बारे में उन्होंने एक इंटरव्यू में भी बात की थी और कहा था ट्रेजेडी फिल्में करना उनके लिए सजा बन गई थीं.

