औरंगाबाद (बिहार) | विशेष रिपोर्ट
बिहार के औरंगाबाद जिले के उपहारा थाना क्षेत्र अंतर्गत डहरुबिघा गांव से एक युवक के लापता होने का मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में चिंता और बेचैनी बढ़ा दी है। 33 वर्षीय सिद्धनाथ कुमार बीते 18 दिसंबर 2025 की रात रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गए। परिजन लगातार खोजबीन कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
लापता युवक की पहचान सिद्धनाथ कुमार के रूप में हुई है। उनकी लंबाई करीब 5 फीट 5 इंच, रंग सांवला है। वे स्वर्गीय गोवर्धन यादव के पुत्र हैं और ग्राम डहरुबिघा, पोस्ट तुर्क तेलपा, थाना उपहारा, जिला औरंगाबाद (बिहार), पिन कोड 824203 के निवासी हैं।
पत्नी लीला देवी ने बताया कि सिद्धनाथ कुमार रोजाना मजदूरी करने के बाद शाम 8 से 9 बजे के बीच घर लौट आते थे। लेकिन 18 दिसंबर की रात वे देर तक घर नहीं आए। पहले तो परिवार ने सोचा कि काम में देरी हो गई होगी, लेकिन जब रात गहराने लगी और उनका कोई पता नहीं चला, तो चिंता बढ़ गई।
लीला देवी ने बताया कि उन्होंने आसपास के गांवों, रिश्तेदारों और उन सभी जगहों पर जाकर पूछताछ की, जहां सिद्धनाथ काम करने जाते थे, लेकिन कहीं से भी कोई जानकारी नहीं मिल सकी। मोबाइल फोन भी बंद आ रहा है। परिजनों का कहना है कि सिद्धनाथ की मानसिक स्थिति पूरी तरह सामान्य है और उनके अचानक गायब होने की कोई ठोस वजह समझ में नहीं आ रही।
परिवार की हालत बेहद दयनीय हो चुकी है। सिद्धनाथ कुमार के तीन छोटे बच्चे हैं, जो लगातार अपनी मां से पिता के बारे में पूछ रहे हैं। पति के लापता होने के बाद से लीला देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। गरीब परिवार होने के कारण हर जगह जाकर खोजबीन करना उनके लिए संभव नहीं हो पा रहा है। ऊपर से बच्चों की जिम्मेदारी भी पूरी तरह उनके कंधों पर आ गई है, जिससे उनकी परेशानी और बढ़ गई है।
परिवार ने स्थानीय स्तर पर खोजबीन के साथ-साथ प्रशासन को भी जानकारी दी है, लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता नहीं मिली है। मजबूर होकर अब पत्नी लीला देवी और परिजनों ने मीडिया के माध्यम से आम लोगों से मदद की अपील की है।
परिजनों ने घोषणा की है कि यदि किसी व्यक्ति को सिद्धनाथ कुमार कहीं भी दिखाई दें या उनके बारे में कोई भी जानकारी मिले, तो तुरंत नीचे दिए गए नंबरों पर संपर्क करें। सही जानकारी देने वाले व्यक्ति को 10 हजार रुपये का नकद इनाम दिया जाएगा।
संपर्क नंबर:
8579001374
9204596651
9905899238
यह मामला न सिर्फ एक व्यक्ति के लापता होने का है, बल्कि एक गरीब परिवार के टूटते सहारे की कहानी भी है। परिजन उम्मीद लगाए बैठे हैं कि किसी की एक छोटी-सी सूचना उनके घर की उजड़ी खुशियों को वापस ला सकती है।
—

