हरदोई | ब्यूरो रिपोर्ट
हरदोई जनपद की तहसील सवायजपुर अंतर्गत ग्राम ककराली में भूमि पैमाइश के दौरान चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। न्यायालय के आदेश पर कराई गई पैमाइश में स्पष्ट हुआ कि गाटा संख्या 1755 और 1754 के बीच वर्षों से कोई स्थायी मेड़ या स्पष्ट सीमा मौजूद नहीं थी। इसी अस्पष्टता के कारण जमीन को लेकर विवाद लगातार गहराता रहा।
यह मामला वाद संख्या टी 202510330406657 से जुड़ा है। आवेदिका श्रीमती केतुका, पत्नी सुमेर, निवासी अन्नूखेड़ा (मजरा काली पावन) ने अपनी भूमि गाटा संख्या 1755 की पैमाइश कराए जाने की मांग की थी। न्यायालय के निर्देश पर राजस्व विभाग ने तय तिथि पर क्षेत्रीय लेखपाल, राजस्व कर्मियों और दोनों पक्षों की मौजूदगी में मौके पर पैमाइश की।
पैमाइश से पहले पुराने राजस्व अभिलेखों और नक्शों का मिलान किया गया। इसके बाद उपकरणों की जांच कर विधिवत नाप शुरू हुई। जांच में सामने आया कि गाटा संख्या 1755 के पूर्वी हिस्से में उत्तर दिशा में 16 मीटर और दक्षिण में 12 मीटर भूमि पाई गई। वहीं पश्चिमी हिस्से में उत्तर दिशा 18 मीटर और दक्षिण दिशा 16 मीटर दर्ज हुई, जो राजस्व नक्शे के अनुसार गाटा संख्या 1754 में सम्मिलित पाई गई।
सबसे अहम खुलासा यह रहा कि दोनों गाटों के बीच कोई पुरानी स्थायी सीमा या मेड़ नहीं है। इससे संकेत मिलता है कि लंबे समय से सीमाएं स्पष्ट न होने के कारण जमीन की वास्तविक स्थिति को लेकर भ्रम बना रहा। पैमाइश के निष्कर्ष मौके पर मौजूद दोनों पक्षों को बताए गए और आपत्ति दर्ज कराने का अवसर भी दिया गया।
राजस्व विभाग की तैयार रिपोर्ट अब न्यायालय में पेश की जाएगी, जहां आगे की कार्रवाई तय होगी। यह मामला ग्रामीण क्षेत्रों में राजस्व रिकॉर्ड की शुद्धता और भूमि सीमाओं की स्पष्टता को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े करता है।
श्रवण पाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि कानून को और लेखपाल प्रॉपर्टी डीलर्स के साथ भूमिया के साथ मिले हुए हैं और हमारी जमीन नक़्शे के हिसाब से पूरी नहीं कर रहे हैं इसलिए अंत में जाकर हमने मीडिया का सहारा लिया और मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री से गुहार लगा रहे हैं कि हमें न्याय दिलाया जाए और हमारी जमीन पूरी की जाए। और जबरदस्ती हमारी जमीन पर खंबे लगा दिए गए हैं और माननीय न्यायालय में मामला विचाराधीन है। इसके बावजूद ही हमारी जमीन पर कब्जा कर लिए हैं हमें नए दिलाया जाए और हमारी जमीन हमें नक़्शे के हिसाब से पूरी करके दी जाए।

