उत्तर महाराष्ट्र की सतपुड़ा जंगल सफारी में पाटिल की रही सहभागिता

Date:

जंगल सफारी रोजगार और इको-टूरिज्म के लिए मील का पत्थर साबित होगी : पालकमंत्री

यावल तालुका प्रतिनिधी,

बशिर तडवी,

“सतपुड़ा जंगल सफारी ग्रामीण विकास व पर्यावरण संरक्षण की एक अभिनव अवधारणा है और इसके माध्यम से स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। यह केवल एक सफारी नहीं, बल्कि सतपुड़ा की आत्मा को संजोए रखने वाली एक संस्कृति है। पाल क्षेत्र को एक नया रूप मिलेगा। युवाओं को यहाँ छोटे-बड़े होटल और रेस्टोरेंट खोलने चाहिए। हर परिवार को कम से कम एक बार यहाँ आकर प्रकृति का अनुभव अवश्य करना चाहिए क्योंकि यही साँसें जीने का आनंद सिखाती हैं,” जिले के पालकमंत्री और जल आपूर्ति मंत्री गुलाबराव पाटिल ने सतपुड़ा जंगल सफारी के उद्घाटन के अवसर पर की गई भावुक अपील। इस अवसर पर मंत्री गुलाबराव पाटिल ने लगभग डेढ़ घंटे तक जंगल सफारी में भाग लिया और क्षेत्र का अनुभव किया। उनके साथ रावेर यावल विधायक अमोल भाऊ जावले, उप-वन संरक्षक जमीर शेख, सहायक वन संरक्षक समाधान पाटिल और वन विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत में वन विभाग की ओर से पालकमंत्री का भव्य स्वागत किया गया, जिसके बाद मंत्री गुलाबराव पाटिल ने पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया और अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। इस अवसर पर विधायक अमोल भाऊ जावले ने कहा, ‘मुझे गर्व है कि खानदेश में यह पहला जंगल सफारी पालकमंत्री गुलाबराव पाटिल की पहल पर स्थापित किया गया है। यहाँ की प्रकृति को संरक्षित करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है और मैंने मंत्री पाटिल से इस क्षेत्र में एक ‘डार्क स्काई पार्क’ स्थापित करने का अनुरोध किया है।’

वन विभाग की गाइड सुविधा

ऊंचाई से पहाड़ी क्षेत्र, घने जंगल और डूबते सूरज का दृश्य मनमोहक होता है। यह स्थान फोटोग्राफी के लिए बहुत उपयुक्त है। इसके अलावा, वाघदोह को जंगल सफारी का सबसे रोमांचक हिस्सा माना जाता है। यह बाघों और तेंदुओं सहित विभिन्न वन्यजीवों का घर है और यह स्थान वन्यजीव प्रेमियों और साहसिक पर्यटकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। वन विभाग के गाइड के साथ इन स्थलों का भ्रमण करने की सुविधा उपलब्ध है। सतपुड़ा की गोद में बसा यह अभ्यारण्य-समृद्ध स्थल जैव विविधता संरक्षण, इको टूरिज्म और स्थानीय रोजगार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

जलापूर्ति मंत्री ने की पहली बुकिंग

जंगल सफारी के लिए एक कार का टिकट ढाई हजार रुपये का है और पालकमंत्री ने 5 हजार रुपये देकर दो कारें बुक कीं और इस लिहाज से वे पहले पर्यटक बने। इसके बाद उन्होंने डेढ़ घंटे तक पालकमंत्री, विधायकों और अधिकारियों के साथ इस जंगल सफारी का आनंद लिया | सतपुड़ा पाल अभयारण्य में पर्यटकों के लिए कई प्रकृति-समृद्ध और अनुभव संपन्न स्थान हैं, जिनमें लेक व्यू पॉइंट एक विशेष आकर्षण है। पहाड़ की चोटी से झील का मनमोहक दृश्य देखा जा सकता है। प्रकृति के सानिध्य में पक्षी दर्शन के लिए यह एक बेहतरीन जगह है। इको हट पॉइंट एक पर्यावरण-अनुकूल विश्राम स्थल है और यहाँ बांस और स्थानीय प्राकृतिक सामग्रियों से बनी झोपड़ियों में बैठने की सुविधा है और यह स्थान परिवार के साथ शांत समय बिताने के लिए उपयुक्त है। इसके अलावा, सनसेट पॉइंट शाम के समय अद्भुत सूर्यास्त देखने के लिए प्रसिद्ध है।

पहला चरण : लगे 2.5 करोड़ रुपए

सतपुड़ा जंगल सफारी का पहला चरण लगभग 2.5 करोड़ रुपये की लागत से पूरा हुआ। शुरुआत में, केवल बुनियादी ढाँचा ही स्थापित किया गया है, जिसमें प्रवेश द्वार, आंतरिक सड़कें, पाँच सफारी वाहन, 18 प्रशिक्षित गाइड और चालक शामिल हैं। जैव विविधता संरक्षण, स्थानीय रोजगार सृजन और इको टूरिज्म की दृष्टि से यह पहल अत्यंत महत्वपूर्ण होगी। कार्यक्रम का संचालन क्षेत्र अधिकारी स्वप्निल फटांगरे ने किया। वन संरक्षक जमीर शेख ने परिचय में जंगल सफारी के बारे में विस्तृत जानकारी दी, जबकि सहायक वन संरक्षक कोर्स ऑफ वन विभाग का स्टॉप कर्मचारी उपस्थित थे

ई खबर मीडिया के लिए जळगाव जिल्हा के प्रतिनिधी बशीर परमान तडवी की रिपोर्ट

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

बाजपत्ती में युवक पर जानलेवा हमला, गंभीर रूप से घायल

बाजपत्ती (सीतामढ़ी)। बाजपत्ती थाना क्षेत्र के वार्ड संख्या 04,...

सीहोरा में गुम हुआ पूरा परिवार: मां, बच्ची और छोटा बेटा अचानक गायब, पिता ने उठाए गंभीर आरोप

सीहोरा (जबलपुर): मध्य प्रदेश के सिहोरा क्षेत्र में एक...