मुदईया गांव में 15 वर्षीय किशोरी मुस्कान खातून (पिता भोला अंसारी) के साथ घर में घुसकर छेड़छाड़ और नाजायज हरकत करने की कोशिश का मामला सामने आया है। आरोप है कि जब वह घर में अकेली थी, तभी गांव के ही परमेश्वर माह (पिता सहदेव साह) घर में घुस आया और जबरन किशोरी के साथ बदसलूकी करने लगा।
आरोपी ने किशोरी के कपड़े फाड़ दिए और उसके प्राइवेट पार्ट के साथ छेड़छाड़ की। किशोरी ने जब शोर मचाया, तो उसके माता-पिता और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। लोगों को आते देख आरोपी वहां से भागने की कोशिश करने लगा। हालांकि, किशोरी के पिता ने आरोपी को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह धक्का-मुक्की कर फरार हो गया।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप:
घटना के बाद किशोरी और उसके परिजन स्थानीय थाना पहाड़पुर गए, लेकिन वहां दरोगा ने चुनाव कार्य का बहाना बनाकर शिकायत दर्ज नहीं की। जब महिला थाना मोतिहारी पहुंचे, तो थानाध्यक्ष ने यह कहकर टाल दिया कि मामला स्थानीय थाना का है। पीड़िता ने अपने आवेदन रजिस्ट्री से भेजा और एसपी मोतिहारी के जनता दरबार में भी शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पीड़िता का कहना है कि आरोपी पक्ष लगातार केस वापस लेने की धमकी दे रहा है। न्याय न मिलने पर उसने अदालत का रुख किया है।
कानूनी धाराएं:
घटना के आधार पर आरोपी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 341, 323, 504, 506, 354(बी) और पोक्सो एक्ट की धारा 4, 8, और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पीड़िता की मांग:
किशोरी ने न्यायालय से गुहार लगाई है
मुदईया में किशोरी के साथ छेड़खानी का मामला, आरोपी फरार, परिजनों और पुलिस की लापरवाही पर उठे सवाल
घटनास्थल: मुदईया, अमवा वृत्त, थाना पहाड़पुर, जिला पूर्वी चंपारण
घटना तिथि: 25 अप्रैल 2024, समय सुबह 11 बजे
मामले की जानकारी:
पूर्वी चंपारण जिले के मुदईया गांव में 15 वर्षीय किशोरी मुस्कान खातून के साथ घर में घुसकर छेड़छाड़ और नाजायज हरकत करने का मामला सामने आया है। पीड़िता के पिता भोला अंसारी के अनुसार, जब उनकी बेटी घर में अकेली थी, गांव के ही परमेश्वर माह (पिता सहदेव साह) ने घर में घुसकर न केवल शारीरिक उत्पीड़न किया, बल्कि किशोरी के कपड़े तक फाड़ दिए और उसके प्राइवेट पार्ट के साथ छेड़छाड़ की।
किशोरी ने जैसे ही शोर मचाया, उसके माता-पिता और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन आरोपी ने मौके का फायदा उठाते हुए वहां से भागने की कोशिश की। जब किशोरी के पिता ने आरोपी को पकड़ने की कोशिश की, तो आरोपी ने उन्हें धक्का-मुक्की कर फरार होने में सफलता पा ली।
पुलिस की लापरवाही:
घटना के बाद पीड़िता और उसके परिजन थाने पहुंचे, लेकिन यहां भी उन्हें न्याय नहीं मिला। पहले वे स्थानीय थाना पहाड़पुर गए, जहां दरोगा ने चुनाव कार्य का बहाना बनाकर शिकायत दर्ज करने से इंकार कर दिया। फिर पीड़िता महिला थाना मोतिहारी पहुंची, लेकिन वहां के थानाध्यक्ष ने कहा कि मामला स्थानीय थाना का है और यह मामला वहां ही निपटाया जाएगा।
निराश होकर, पीड़िता ने रजिस्ट्री के माध्यम से अपना आवेदन भेजा और एसपी मोतिहारी के जनता दरबार में शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। आरोप है कि आरोपी पक्ष लगातार केस वापस लेने की धमकी दे रहा है, जिससे पीड़िता और उसके परिवार पर मानसिक दबाव बढ़ रहा है।
पीड़िता की अपील:
पीड़िता ने अब अदालत का रुख किया है और न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई न होने के कारण उनका जीवन नर्क बन चुका है। पीड़िता की मांग है कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और कड़ी सजा दी जाए, ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।
कानूनी धाराएं:
घटना के आधार पर आरोपी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 341, 323, 504, 506, 354(बी) और पोक्सो एक्ट की धारा 4, 8, और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
समाज में गुस्सा:
घटना के बाद से गांव में गुस्सा और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की है और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस प्रशासन का इस मामले में लापरवाही बरतना दुर्भाग्यपूर्ण है, और अगर आरोपी जल्द गिरफ्तार नहीं होता तो वे सड़क पर उतरने की धमकी दे रहे हैं।
आगे की कार्रवाई:
अब यह मामला न्यायालय में है, और पीड़िता की उम्मीद है कि अदालत जल्द ही इस मामले में संज्ञान लेगी और आरोपी को सजा दिलवाएगी। पुलिस और प्रशासन पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है कि वे इस मामले में सख्त कार्रवाई करें और आरोपी को पकड़ें।

