बांका (बिहार):
बांका जिले के बनवापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत रामसागर गांव में रहने वाले नवीन यादव (पिता गणेश यादव) ने अपने गांव में राम मंदिर निर्माण का संकल्प लेकर पूरे इलाके में चर्चा शुरू कर दी है। आर्थिक तंगी के बावजूद उनकी आस्था और संकल्प अडिग है।
नवीन यादव ने मीडिया के माध्यम से बताया कि उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए स्कैनर (QR कोड) भी उपलब्ध कराया है, ताकि श्रद्धालु अपनी क्षमता अनुसार सहयोग कर सकें और राम मंदिर का निर्माण जल्द से जल्द पूरा हो सके।
उन्होंने कहा कि उनके गांव का नाम ही रामसागर है, ऐसे में यहां राम मंदिर का होना स्वाभाविक और आवश्यक है। हर व्यक्ति के लिए राम मंदिर जाकर दर्शन करना संभव नहीं होता, क्योंकि सभी के पास पर्याप्त साधन नहीं होते। ऐसे में यदि गांव में ही राम मंदिर बने, तो दूर-दराज के लोग भी यहीं आकर प्रभु श्रीराम के दर्शन कर सकेंगे।
नवीन यादव ने यह भी बताया कि उन्होंने बिहार के प्रसिद्ध लोक कलाकार खेसारी लाल यादव छापर के रहने वाले है उनके ऊपर आरोप लगाया था कि तुम अधमुल्ला हो दिनेश लाल यादव ने ऐसा बोला इसी वजह से नवीन यादव के मन में बहुत दुख हो गया और उन्होंने थाना है कि वह बिहार में राम मंदिर बनकर रहेंगे रामसागर गांव में उन्होंने कहा कि मैं कुछ भी करके राम मंदिर बनकर रहूंगा। कोई मेरी मदद करें या ना करें. उन्होंने बताया कि मेरे पास 16 बीघा जमीन है वह कह रहे हैं कि इस जमीन पर बनाना पड़ा तो मैं उसे पर भी राम मंदिर बनवाऊंगा।

से भी सहयोग की अपील की है। वे उनके बड़े प्रशंसक हैं और उम्मीद करते हैं कि उनका मार्गदर्शन और सहयोग इस पुण्य कार्य को गति देगा।
नवीन यादव का कहना है कि उनका उद्देश्य किसी भी प्रकार का प्रचार नहीं, बल्कि एक जनकल्याणकारी और धार्मिक कार्य को पूरा करना है। वे चाहते हैं कि जीते-जी ऐसा कार्य कर जाएं जिससे पूरे गांव को पहचान मिले और आने वाली पीढ़ियों को धार्मिक संस्कार प्राप्त हों।
उनका पूरा परिवार भी धार्मिक प्रवृत्ति का है। पत्नी सरिता देवी काली मां की भक्त हैं। परिवार में बड़े बेटे ऋषि कुमार यादव (22 वर्ष), छोटे बेटे अमित कुमार (18 वर्ष) और बेटी कल्याणी कुमारी हैं। इसके अलावा परिवार के अन्य सदस्य भी इस पहल में नैतिक समर्थन दे रहे हैं।
गांव रामसागर में नवीन यादव की इस पहल को लेकर सकारात्मक माहौल है। ग्रामीणों का मानना है कि यदि समाज, जनप्रतिनिधि और श्रद्धालु आगे आएं, तो यह सपना जरूर साकार होगा। अब देखना यह है कि मीडिया के माध्यम से उठी यह आवाज कितनी दूर तक पहुंचती है और कितने लोग इस पुण्य कार्य में सहयोग के लिए आगे आते हैं।

