करौली जिले के सदर थाना क्षेत्र के कोंसरा गांव में रविवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई जब करीब 15 से अधिक हमलावरों ने एक परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया। हमलावर बोलेरो और स्कॉर्पियो गाड़ियों में सवार होकर लाठी, डंडे, कुल्हाड़ी और कट्टों से लैस होकर गांव में पहुंचे और घर में घुसकर बर्बर तरीके से मारपीट की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना 21 दिसंबर 2025 को सुबह करीब 7 बजे की है। कोंसरा निवासी बनीसीग मीना अपने भाई धनबीर, मां मूली देवी और भांजे हाकिम व राजू के साथ घर पर बैठकर चाय पी रहे थे। इसी दौरान पाटौर गांव के सुरेश, मुनेश, उदल, कल्ला, अकरम और विक्रम पुत्र रामचरण अपने साथ करीब 15 लोगों को लेकर बोलेरो और स्कॉर्पियो वाहन से मौके पर पहुंचे।
आरोप है कि हमलावरों ने आते ही घर में जबरन घुसपैठ की। जान बचाने के लिए परिवार के लोग पाटौरनुमा कमरे में घुसकर कुंडी लगाकर छिप गए, लेकिन हमलावर छत पर चढ़ गए और पत्थर फेंककर पटौर की पट्टियां तोड़ दीं। इसके बाद घर के अंदर घुसकर सभी को बाहर खींच लाया गया और बेरहमी से पीटा गया।
हमले में सुरेश ने धनबीर के सिर पर कुल्हाड़ी से वार किया, जबकि कल्ला ने हाथ पर उल्टी कुल्हाड़ी मारी। अन्य आरोपियों ने लाठी डंडों और पत्थरों से हमला किया। बीच-बचाव करने आई मां मूली देवी, भांजे हाकिम और राजू को भी नहीं बख्शा गया। सभी को गंभीर चोटें आईं।
हल्ला सुनकर आसपास के खेतों में रखवाली कर रहे रामरूप मीना, बनीसीग और भरतू, रामलखन सहित अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को आता देख हमलावर पीड़ितों को मरा समझकर छोड़कर भाग गए। जाते-जाते आरोपी उदल ने कट्टे से फायरिंग भी की, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।
आरोप है कि हमलावर घर से सोने-चांदी की चैन, कानों के कुंडल और एक बक्सा तोड़कर जेवरात चुरा ले गए। साथ ही भांजे हाकिम का वीवो कंपनी का मोबाइल फोन, जिसकी कीमत करीब 35 हजार रुपये बताई जा रही है, छीन लिया गया।
घटना की सूचना ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को दी। मौके पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने सभी घायलों को करौली जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां धनबीर और मां मूली देवी को भर्ती किया गया। दोनों का इलाज जारी है।
पीड़ित बनीसीग मीना ने सदर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और हमलावरों की तलाश की जा रही है।

