आज आपके सामने एक ऐसा मामला लेकर आया हूँ, जो न केवल सीहोर जिले की बल्कि समाज की एक गंभीर समस्या को उजागर करता है।
घटना का विवरण:
सीहोर की एकता सोसायटी में रहने वाली कांति कुमार ने अपने पति जितेंद्र चौधरी की गुमशुदगी और घरेलू प्रताड़ना को लेकर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। कांति ने बताया कि 3 जनवरी 2025 को शाम 5 बजे जितेंद्र शराब के नशे में घर से निकले और अभी तक वापस नहीं लौटे। उनका मोबाइल भी बंद है।
16 साल की शादी, कर्ज़ का बोझ, और प्रताड़ना:
कांति ने अपनी 16 साल की शादीशुदा जिंदगी का दर्द बयान करते हुए बताया कि शादी के बाद उन्होंने दो बच्चों को गोद लिया। लेकिन उनके पति की शराबखोरी और ₹60,000 के कर्ज़ ने उनकी जिंदगी को मुश्किलों से भर दिया।
जितेंद्र नशे में शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना देते थे।

घटना वाले दिन भी उन्होंने झगड़ा किया, अपमानित किया, और यहां तक कि दूसरी शादी की बात करने पर जान से मारने की धमकी दी।
कांति की गुहार:
कांति का कहना है कि अब उनके पास बच्चों के लिए भोजन तक का इंतजाम नहीं है। परिवार आर्थिक संकट में है। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से अपील की है कि जितेंद्र चौधरी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए और उन्हें न्याय दिलाया जाए।
क्या है पूरा मामला:
यह घटना सीहोर जिले के एकता सोसायटी की है, जहां क्रांति कुमार नाम की महिला ने अपने पति जितेंद्र बीरबल चौधरी के खिलाफ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। यह मामला पति की गुमशुदगी, घरेलू हिंसा, और आर्थिक प्रताड़ना से जुड़ा हुआ है।
घटना का विवरण:
3 जनवरी 2025 की शाम 5 बजे, जितेंद्र चौधरी ने शराब के नशे में घर में हंगामा किया।
उन्होंने अपनी पत्नी से झगड़ा किया, गालियां दीं, और धमकी दी कि अगर पत्नी ने दूसरी शादी की तो वह उसे जान से मार देंगे।
उसी शाम वह घर से निकल गए और अब तक वापस नहीं लौटे हैं। उनका मोबाइल भी बंद है।
पारिवारिक स्थिति:
क्रांति कुमार की शादी 16 साल पहले जितेंद्र चौधरी से हुई थी।
शादी के बाद दंपत्ति ने दो बच्चों को गोद लिया।
पति जितेंद्र की शराब की लत और ₹60,000 के कर्ज़ के कारण परिवार पर आर्थिक संकट मंडराता रहा।
क्रांति ने बताया कि वह अपने पति की शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना को बच्चों की खातिर सहती रहीं।
कांति की अपील:
पति की गुमशुदगी और आर्थिक तंगी के कारण कांति कुमार ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है ताकि उनका परिवार इस संकट से उबर सके।
समाज के लिए संदेश:
यह घटना उन हजारों महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती है जो घरेलू हिंसा और आर्थिक अस्थिरता का सामना कर रही हैं। यह समय है कि ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाए और पीड़ितों को समय पर न्याय दिलाया जाए।

